Saturday, 16 February 2019

Koyal ki kuhak - Real tweet

बहुत दिनों के बाद सुबह आंखों की खिड़की खोली थी
बहुत दिनों के बाद मेरे कानो में कोयल की " कुहक़ी"  थी
सुबह के नरमी के साथ प्यार वाली चुस्की थी
शरीर के हर अंगों से फुर्ती  जैसे सिहरी  थी

कोयल की इस मधुर कुहुक ने ताजेपन से नहलाया था
गंगा के तट पर जैसे पवन ने पंखा झाला था !! 
कोयल की इस मधुर कुहुक ने, कानों में मिश्री घोली थी
बसन्ती दुल्हन ने जैसे घूँघट अपनी खोली थी

 कोयल की इस मधुर कुहुक ने दिल में मृदंग बजाय था
 ग्रीष्म की  तपती धूप में जैसे शीतल जल से नहलाया था
कोयल की इस मधुर कुहुक ने मन में प्रेम स्पंदन कर डाला था
पहली  प्रेम  की  मुखड़े ने जैसे अपने नज़रों से घायल कर डाला था

कोयल की इस मधुर कुहुक को सिर्फ  कानों से न तुम पान करो
बसंती हवाओँ को हर श्वाश से उनका मान करो
उतरने दो तंद्राओ  में अपनी , जीवन को प्रस्फुटित होने दो
उमँग ,रंग से तुम खिल जाओ  ,जीवन को बसन्ती होने दो!!
©amit k pandey

Friday, 15 February 2019

शहादत - स्वयं का दान


स्वयं का दान कर
खुद को बलिदान कर 
अपनों से जुदा हो कर 
दूध-मुँहे  से नाता तोड़ कर 
पिता का साथ छोड़ कर 
माँ की आँचल से छिटक कर 
संगिनी को बेसहारा कर 
जब हस्ती तुम अपनी मिटाते  हो 
वीर ! तुम ही शहीद कहलाते हो !!


अपने को ओझल कर 
साथियों को बोझल कर 
आँगन को सुना कर
 गलियों को वीरान कर 
संगियों को अलविदा  कर 
जब तुम देश पर अपने को लुटाते हो 
वीर ! तुम ही शहीद कहलाते हो !!

बच्चों के  बचपन छोड़
प्रेम के पल्लू को तोड़
प्यार की निशानी छोड़
अपनी अधूरी कहानी छोड़
जब तुम वतन के लिए अपनी दुनिया उजाड़ते हो
वीर ! तुम ही शहीद कहलाते हो !!

वीर ! इस  शहादत की कीमत तुम्हे ही पता है
वरना इस  भौतिकता की दुनिया में कौन किसका कहाँ है
दो  पैसे के लिए जहाँ इंसान इंसान से मुख मोड़ता है
वहाँ स्वयं की आहुति कोई बिरला ही खोजता है 

हमारी रक्षा  की कीमत जो तुमने चुकाई है
अपनी घर की खुशी को भी हवन में जलाई है
यह बात  विदित रहे देश के कर्णधारों को
तुम्हारे अपनों पर निछावर करें देश के टकसालों को !!

In the honour of OUR CRPF ... IN HONOUR OF OUR FORCES
-© Amit Kr Pandey

The blood of soldiers











The Blood Of those Soldiers


The Blood that split on the road
The blood that got us tears
The Blood that gave us pain
The Blood that knows no fear

That Blood is of  soldiers
That Blood is  of an Army
The Blood is of  an Indian
That Blood is of Sons of the soil

That Blood will boil the rivers
The Blood will aggravate the Oceans
That Blood will swirl the air
That Blood will rise in a storm

That  Blood  calls for revenge
That  Blood  brings in anguish
That Blood pour in spirit
That Blood releases the Josh

That Blood will be Your death warrant
That Blood will bring you more coffins
That Blood will wipe you out
That Blood will be the DOT of your sins.
-
In the honour of OUR CRPF ... IN HONOUR OF OUR FORCES
-© Amit Kr Pandey


शहादत अमर है

TERRORISM



Thursday, 14 February 2019

स्वमित स्वरित


स्वमित स्वरित 
Be your own friend
जीवन का जो मित है
स्वमित है! स्वरित है !
स्वयं का जो मित्र है
स्वमित है! स्वरित है !
रत्न है जो स्वयं मेँ
स्वमित है! स्वरित है !
पुकार है जो स्वयं की
स्वमित है! स्वरित है !
जो नाद है ब्रह्मांड का
स्वमित है! स्वरित है !
अस्तित्व है जो स्वयं में
स्वमित है! स्वरित है !
दिव्य है प्रकश जो
स्वमित है! स्वरित है !
प्रेम है दिलों में जो
स्वमित है! स्वरित है !
विश्वास है जो वादों में
स्वमित है! स्वरित है !
भय से जो मुक्त है
स्वमित है! स्वरित है !
अस्तित्व की जो चाह है
स्वमित है! स्वरित है !
वेदों में गूँज रही ज्ञान जो
स्वमित है! स्वरित है !
उपनिषद जो मान रहे
स्वमित है! स्वरित है !
गीता में प्रगट हो रहे श्रीकृष्ण जो
स्वमित है! स्वरित है !
नटराज के  नृत्य से  जो हो  रहा
स्वमित है! स्वरित है !
महाकाल की समाधी है जो
स्वमित है! स्वरित है !
सरस्वती की जो ज्ञान है
स्वमित है! स्वरित है !
सूर्य की प्रकश जो
स्वमित है! स्वरित है !
जो बह रही इंसान में संवेदना
स्वमित है! स्वरित है !
जिसे आत्मज्ञान का बोध है
स्वमित है! स्वरित है !
स्वयं में जो मस्त है
स्वमित है! स्वरित है !
उधर्व-गामी हो रही जो चेतना
स्वमित है! स्वरित है !
अवतरित हो रही जो पूण्यआत्मा
स्वमित है! स्वरित है !

Monday, 31 December 2018

Happy new year 2019


सतत् समय भी जब नया हो आता है
हमारे मन से पुराने का आवरण हटाता है
समय  एक नया चक्र चलाता है
उसे नव वर्ष कह पुकारा जाता है
आशा , उमंग का नया संचार होता है
हृदय में  अमित भावनाओ का ज्वार होता है
स्वमित बन कर खुद पर विश्वास होता है
जीवन का नव निर्माण होता है!!
Wish you all a very happy, prosperous new year 2019 . Riding on the chariot of 2019 May you experience new happiness , englightment and be blessed with satisfactions. Try your thoughts and succeed. 2019 is yours.

Regards 
Amit , sweety and all family

Sunday, 30 December 2018

Banking -The financial POLYGAMY

Banking -The financial POLYGAMY 


Banking is an industry
Which is becoming a mystery
Never in the history
There has been such a tragedy

Branches have become a hall of circus
Employees clowns and officers jokers
Investors ring master and the suckers
Governments are but a confused masters

Even in the circus there is differentiation
But, in banking it is absolute sensation
All along the year and with every earth rotation
We are believed to act all sale with perfection!!

Introduce any product
Half-cooked or over-cooked
It has to be shoved down the duct
To be sold to all cocks!!

Banking is synonyms of polygamy
Whole list of duties and satisfying many
Government has eye shut and is dreamy
Ignoring the incoming tyranny !!

Bankers are believed to be "available"
With the all the targets given on the " table"
With folded hands , you must be " capable"
Otherwise , paralysed  you will look disable.

"Banking is not only banking "marketed beautifully
We must have products that make us gleazy
We sold ourselves for a few coins
But we lost our ground , glitter and shines!!

We must come out of this mess
This is nothing but some sort of jail
It is important we cast some spell
And bring back banking from this hell!!

Let in the year to come
You all banker must  blossom
Heaven is waiting
Go and get your freedom


पहले प्रोफेशन था काम था, अब थन्था है
बैंकिंग की नौकरी अब पहले से गन्दा है

हर तरफ से अब हम फुटबॉल बने रहते हैं
हर चरण की ठोकर को अपना कौसल समझते है!!

(C) by Amit kr pandey























Sunday, 23 December 2018

Aaditya आदित्या

"आदित्य " मैं छठ के दिन आया
इसलिये मैं आदित्य कहलाया
सब के होठोँ पर मुस्कान लाया
पापा मम्मी के जीवन में प्रकाश लाया ।।

नाना नानी मामा मौसी का मैं प्यारा
दादा दादी चाचा चाची का मै दुलारा
पर, मुझ को है ट्रेन भाता
कार की सवारी मुझे ललचाता!!

अब मैं बडा होने लागा हुँ
पढ़ाई की तरफ़ बढ़ने लगा हुँ
मोबाइल गेम्स अब नही है भाता
सिखने में मजा है आता!!

आदित्य नाम है रौशनी का
जीवन का, तप का, आशा का
आने वाले कल का, समर्पण का
चलने का , उन्नति का, दीर्घ्ता का!!!

मैं भी सुर्य की भाँति मेहनत करूंगा
अन्धेरे को चीर रौशनी करूंगा
जीवन को नया मार्ग दिखाऊँगा
तप कर चमकना सिखाऊँगा !!


For aditya with love from mama mami

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