"आदित्य " मैं छठ के दिन आया
इसलिये मैं आदित्य कहलाया
सब के होठोँ पर मुस्कान लाया
पापा मम्मी के जीवन में प्रकाश लाया ।।
इसलिये मैं आदित्य कहलाया
सब के होठोँ पर मुस्कान लाया
पापा मम्मी के जीवन में प्रकाश लाया ।।
नाना नानी मामा मौसी का मैं प्यारा
दादा दादी चाचा चाची का मै दुलारा
पर, मुझ को है ट्रेन भाता
कार की सवारी मुझे ललचाता!!
दादा दादी चाचा चाची का मै दुलारा
पर, मुझ को है ट्रेन भाता
कार की सवारी मुझे ललचाता!!
अब मैं बडा होने लागा हुँ
पढ़ाई की तरफ़ बढ़ने लगा हुँ
मोबाइल गेम्स अब नही है भाता
सिखने में मजा है आता!!
पढ़ाई की तरफ़ बढ़ने लगा हुँ
मोबाइल गेम्स अब नही है भाता
सिखने में मजा है आता!!
आदित्य नाम है रौशनी का
जीवन का, तप का, आशा का
आने वाले कल का, समर्पण का
चलने का , उन्नति का, दीर्घ्ता का!!!
जीवन का, तप का, आशा का
आने वाले कल का, समर्पण का
चलने का , उन्नति का, दीर्घ्ता का!!!
मैं भी सुर्य की भाँति मेहनत करूंगा
अन्धेरे को चीर रौशनी करूंगा
जीवन को नया मार्ग दिखाऊँगा
तप कर चमकना सिखाऊँगा !!
अन्धेरे को चीर रौशनी करूंगा
जीवन को नया मार्ग दिखाऊँगा
तप कर चमकना सिखाऊँगा !!
For aditya with love from mama mami
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