कोई रिश्ता इतना न ख़ास हुआ
जितना दिलों में दोस्ती का अहसास हुआ
जितना दिलों में दोस्ती का अहसास हुआ
बनाने वाले ने क्या ख़ूब करिश्मा दिखाया
सबको एक जिगरी दोस्त से मिलाया
सबको एक जिगरी दोस्त से मिलाया
मिलते होंगे सच्चे दोस्त कुछ बिरलों को ही
आपको पा के मेरा नाम भी उन बिरलों में आया !!
आपको पा के मेरा नाम भी उन बिरलों में आया !!
हर रिश्ते की बुनियाद है दोस्ती
तुझसे आबाद है ज़िन्दगी ये दोस्ती
तुझसे आबाद है ज़िन्दगी ये दोस्ती
हर ग़म सब से बाटे नहीं जाते
दोस्तों से कुछ छुपाए नहीं जाते
दोस्तों से कुछ छुपाए नहीं जाते
मिलना जब भी तुम हमें
छु लेना दिल हाँथ मिलाने से पहले
छु लेना दिल हाँथ मिलाने से पहले
सच्चे दोस्त की बस यही पहचान है
मुश्किलों में भी उनके नाम से हँसी बरक़रार है !!
मुश्किलों में भी उनके नाम से हँसी बरक़रार है !!
-© amit kumar pandey
No comments:
Post a Comment
COMMENT