Wednesday, 3 August 2016

मिलजाए कोई गोरी

चाँदा हो या चकोरी
मिलजाए कोई गोरी
सूरत हो थोड़ी भोली
दिल  लुटे चोरी चोरी

नख़रे वो दिखाए
करूँ मैं हर उपाय
पास आके दूर जाये
यूँ ही मुझे तड़पाये

मैं  रोज़ उसे पटाऊँ
कारनामें कर दिखाऊं
हो हँसाना उसको duty
हज़ारों में हो वो beauty

हो नाम से वो स्वीटी
सपने हो उसके रोज़ी
करूँ जिसकी प्रतीक्षा
मिल जाए ऐसी दीक्षा

हुनर हो ख़ुद वो शिल्पी
शीतल हो वो सरिता
मासूम हो वो मुन्नी
जीवन की हो अमृता

रत्न हो कोई वो "रतना"
दिखाए रोज़ सपना
मिलजाए कोई ऐसी
खुश रहे दिल ये अपना !!

-©amitkumarpandey

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