सतत् समय भी जब नया हो आता है
हमारे मन से पुराने का आवरण हटाता है
समय एक नया चक्र चलाता है
उसे नव वर्ष कह पुकारा जाता है
हृदय में अमित भावनाओ का ज्वार होता है
स्वमित बन कर खुद पर विश्वास होता है
जीवन का नव निर्माण होता है!!
स्वमीत - Being own friend. Exposure to the self @ THE AMIT OF TIMES !! We are nothing but manifestations of our thoughts.
Soni didi + Ajit bhiya = Atulya
He is born right now at 18/12/2018 at 18.00hrs at Patna Rajendra Nagar after 12 years of marriage as 3rd child of the couple
सुन्दर सोना बहुत सलोना
घर का मैं नया खिलौना
मम्मी का मैं इंतज़ार
पापा का हुँ मैं "अतुल्य" लाल!!
मौसी के होठों के गीत
बहनों का मैं संगीत
नाना नानी का राज दुलारा
बहनों के आँखो का तारा
दादा दादी को मैं भाया
उनके धन का मैं वारिश बन आया
पापा मम्मी ने की मेरी बहुत प्रतीक्षा
"अतुल्य" मैं उनके तप का दीक्षा !!
आरक्षण नही है रक्षा
दलितों की ,उपेक्षितों की!
यह है तुम्हे विभाजित कर
सत्ता में सुरक्षित रहने की
आरक्षण सिर्फ एक विचार था, एक कोई सन्त की
तुम तक बात पहुँचाने की
उठो ,खड़े हो, दौड लगओ
ये हिम्मत तुम में जगाने की!
वो सिर्फ एक बैसाखी थी
क्षणिक लाभ पहुँचाने की
तुम्हे आकर्षित कर
उत्कर्ष पर ले जाने की
आरक्षण ही बस राह नही
गरीबी से मुक्ति पाने की
यह तो बस एक तिलिस्म है
तुम्हारे ऊपर काबू पाने की!!
गरीबों की बाते करते करते
वो कब अमीर हो जाते है?
इंसाफ ,न्याय की बाते करते
वो खुद खुदा घोषित कर जाते है!
गरीबी सिर्फ धन की कमी से नही होती
प्रतिभा विहिनता भी निर्धनता ही होती है
विनाश सिर्फ आपदाओं से नही होता
कुछ कुकर्मो से भी होता है!!
बात किसी व्क़्क्ती ,परिवार ,प्रान्त की नही
किसी समुदाय की उन्नति की नही,
बात है एक देश को सुदृढ करने की
सफल, सुरक्षित, मजबुत और उन्नत करने की
मांगनी है तो सुविधाएँ मांगो
अपनी पराक्रम के लिये मैदान मांगो
जूझने के लिये मजबुत प्रतिद्वन्दी मांगो
हर अर्जुन के लिये खड़ा एक कर्ण मांगो
आरक्षण से अम्बेडकर नही पैदा होते
महलों में वाल्मिकी नही मिलते
एक्लव्य कोई बनता है स्वंय की उत्कण्ठा से
कर्ण बनता है कोई आत्मबल की क्षमता से।
राम , महावीर , बुद्ध ने महलों को छोड़ा था
जो आरक्षण जन्म से मिला
त्यज उसको ज्ञान की तरफ़ मुख मोडा था।।
तुम भी वही मांगो।
सुख ही सबके हित बरसेगी!
प्रतिभा भी न जन्म से पहले मरेगी
न झूठ की कोई राजनिती बचेगी
भारत का वन्दन दुनिया करेगी!!
-अमित कुमार पाण्डेय
#Marathaandolan #patel aarakshan #jaat etc etc etc
वो बुखार तो तू paracetamol
वो प्यास तो तू पानी
वो गर्मी तो तू बारिश
वो सर्दी तो तू गर्माहट
वो आँसू तो तू रुमाल
वो कमी तो तू पूरा करनेवाली
वो मुस्कान तो तू हँसी
वो fantasy💃🏻 तो तू हकीकत💑
वो एक फ़साना पर तु मेरी कहानी
वो श्यानी तू मेरी रानी
वो सपना तू अपना
वो कल तू आज
वो चार लाइन तू पूरी कविता
वो रात की चाँदनी तू दिन का उजाला
वो दौड़ तू पड़ाव ...तू मंजिल
वो सहयात्री तू हमसफर
वो दूर की लड्डू तू मेरे हाथ की बर्फी😍😍
_amit k pandey
मैं की खोज part 1 मै कौन हुआ ? © amit kr pandey मै कौन हुआ ? मै कौन हुआ ? है सवाल ये तेरा -मेरा। है सवाल ये कल का - आज क...